Friday, March 15, 2013

पाकिस्तान हद में रहे तो बेहतर होगा

भारतीय संसद पर हमले के गुनाहगार अफजल गुरु की फांसी पर पाकिस्तानी संसद में पारित प्रस्ताव पर भारत ने तीखा एतराज जताया है। श्रीनगर में पाकिस्तानी साजो-सामान के साथ आए आत्मघाती आतंकियों के हमले के ठीक दूसरे दिन पाकिस्तानी संसद के इस कदम पर आपत्ति के साथ भारत ने कहा है कि पाकिस्तान अपने घर की हद में रहे तो बेहतर होगा।
पाकिस्तान संसद का प्रस्ताव भारत के घरेलू मामलों में बेवजह दिलचस्पी है। पाकिस्तान अपने घर के मामलों तक ही अपने को सीमित रखे। महत्वपूर्ण है कि बीते कुछ समय से पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे को उछालने के लिए खासी बेताबी दिखानी शुरू की है। जनवरी में नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ कर दो भारतीय जवानों की गर्दन रेतने की करतूत अंजाम देने से लेकर मामले को संयुक्त राष्ट्र और इस्लामिक देशों के मंच पर उठाने के साथ ही घाटी में आतंकी आग सुलगाने की कोशिश के अलावा अफजल की फांसी को लेकर प्रस्ताव पारित कर भारत के जख्मों को कुरेदा है।
पाकिस्तान के लगातार बढ़ रहे हौसलों ने एक बार फिर सरकार की पाक नीति को ही सवालों में ला दिया है। बीते दिनों भारत आए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री राजा परवेज अशरफ की अगवानी में भारत ने मेजबानी की मिसाल कायम की थी। वहीं अशरफ की सरकार ने संसद में इस मेजबानी के बदले भारत के एक आतंकी गुनाहगार को दी गई सजा पर भी निंदा प्रस्ताव पारित कर दिया। पड़ोसी मुल्क की संसद का यह कदम सर्वथा अनुचित है। महत्वपूर्ण है कि रिश्ते सुधारने की कवायद में बीते दिनों भारत और पाकिस्तान की संसदों के बीच भी तालमेल बढ़ाने की मीठी-मीठी बातें हुई थीं।
मनोज राठौर