Monday, November 15, 2010

लोगों को तलवे चाटते देखा...


मनोज राठौर
आदमी कितना नीचे गिर जाता है
यह आज मैंने देखा

अपने स्वार्थ के खातिर

लोगों को तलवे चाटते देखा।


शुक्र है, उस डगर से बचा हूं
जिस डगर पर लोगों को चलते देखा
साथ जिसने दिया हमेशा
उन्हें आज खाई में धकेलते देखा।

देखता हूं, तो आंखे भर आती हैं
जिन्हें अपनों के लिए लड़ते देखा
मजाक उनका उड़ाते हैं बेशर्म लोग
जिनके लिए हरदम उन्हें मरते देखा।